१.नेक काम के लिए किसी को तैयार करने का सवाब
अल्लाह के रसूल सलैल. ने फरमाया -
जिसने अपने किसी दीनी भाई को कोई नेक काम करने
के लिए तैयार कर लिया तो उसे भी उतना ही सवाब मिलेंगा
जितना की नेक काम करनेवाले को मिलेगा !
२.सलाम से पहले बात न करो
जो आदमी सलाम करने से पहले
बात करे , उसका जवाब मत दो !
३.सबसे बड़ी इबादत
अल्लाह के नज्दीक एक बड़ी इबादत यह भी है
की तुम अपने किसी दीनी भाई का दिल खुश कर दो !
४.बात चीत के आदाब
अगर कही तीन आदमी बैठे हो तो एक को छोड़ कर
दो आदमी आपस में काना फूसी न करें , इससे उस
तीसरे आदमी को तकलीफ हो सकती है ! वह यह सोचेगा
की मेरे बारे में ही कोई बात कर रहे होगे !
५.अल्लाह दिल देखता है
अल्लाह तआला तुम्हारी शक्ल सुरत , माल
नहीं देखता बल्कि तुम्हारे आमाल व दिल देखता है !
६.घरवालों को सलाम करो
जब तुम अपने घर में जाओ तो घरवालों को सलाम
कर लिया करो , इससे तुम्हारे घर में बरकत होगी !
७.जरूरत पर काम आना
जो आदमी जरूरत पड़ने पर अपने भाई के काम आएगा ,
अल्लाह उसकी जरूरत पड़ने पर उसके काम आएगा !
८.बूढों की इज्जत करो
तुम अपने बूढों की ताजीम करो जब तुम बूढ़े हो जाओगे
तो अल्लाह तआला नवजवानों को तुम्हारी ताजीम करने
की तोफिक देगा !
९.दुसरे का ख़त न पढों
जो आदमी बिना इजाजत अपने भाई
का ख़त पढ़ेगा वह आग देखेगा !
१०.नेक बेटे को हज का सवाब
जो नेक बेटा अपने माँ बाप की तरफ मुहब्बत व शफकत
की नजर से देखता है , अल्लाह उसके आमाल नामे में हर
नजर के बदले एक हज्जे मकबूल का सवाब फरमाता है !
११.नकल न उतारों
में किसी की नकल उतारना पसन्द नहीं करता
चाहे ऐसा करने से दुनियावी फायदा ही क्यों न हो !
१२.जन्नत मां के कदमो तले है
जन्नत मां के कदमो तले है , अगर हासिल करना चाहो
तो दिल खोलकर मां की खिदमत करो !मां को खुश करने से
अल्लाह खुश होता है और उसे नाराज करनेवालों से नाराज होता है !
१३.किसी की मुसीबत पर खुश न हो
अपने किसी भाई को मुसीबत में देखकर खुश न हो !
हो सकता है अल्लाह तआला उसकी मुसीबत दूर फरमा
कर तुम्हे उस मुसीबत में डाल दे !
१४.रहमत से महरूम लोग
जिनके दिलों में दूसरों के लिए रहमत नही , जो दूसरों पर
तरस नहीं खाते वह अल्लाह की रहमत से महरूम रहेंगे !
१५.अपने से कम को देखो
अपने से कम मर्तबे वालों को देखो बड़े लोगों को नहीं !
ऐसा करने से तुम अल्लाह की नेअमतें जो तुम्हे हासिल हैं ,
उस मामूली न समझो !
१६.झूठे के लिए खराबी
जो आदमी लोगों को हँसाने के लिए झूठी बातें
करता है , उसके लिए खराब (तबाही ) हैं !
१७.जानवरों को आपस में न लड़ाओं
जानवरों को आपस में लड़ाना मन हैं !
१८.बड़ा खजाना
सबसे बड़ा खजाना अपनी इस्लाह करना हैं !
१९.लडकी को कम नहीं समझो
जो आदमी अपनी बेटी को अपने बेटे से कम नहीं
समझेंगा , अल्लाह उसे जन्नत में दाखिल फरमाइंगा !
२०.बुखार बुरा नहीं
बुखार को बुरा मत कहो , यह मोमिन को इस तरह
पाक कर देता है जैसे आग लोहे के मैल को !